बीसलपुर बांध की भराव क्षमता 1 मीटर बढ़ाने एवं चंबल का पानी बनास में डालने की योजना के विरोध को लेकर मंगलवार को ग्रामीणों ने राष्ट्रीय विस्थापित समन्वय संघर्ष समिति के बैनर तले देवली उपखंड अधिकारी रूबी अंसार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
समिति अध्यक्ष मुकुट सिंह राणावत के नेतृत्व में सौंपे ज्ञापन में बताया कि पूर्व में बीसलपुर बांध में 63 गांव डूब में थे जिससे विस्थापित हुए ग्रामीण पुनर्वास कॉलोनियों में निवास कर रहे है। अब सरकार दुबारा पुनर्वास कॉलोनियों को डुबोने जा रही है जो पुनर्वास नीति के खिलाफ है। इस दौरान ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि बांध की भराव क्षमता बढ़ाने के निर्णय को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा तथा आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन में चेतावनी दी है कि जवाब आने का 7 दिन इंतजार किया जाएगा। यदि मांग नहीं मानी गई तो उसके बाद उपखंड मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा। इस दौरान राजबहादुर वर्मा, सत्यनारायण सरसड़ी, ब्रह्माराम गुर्जर, रतन, भागचंद, सौभागमल मीणा, धर्मराज, गणेश, नंद सिंह, कैलाश, पवन, गोवर्धन लाल समेत कई ग्रामीण मौजूद थे।
बीसलपुर बांध की भराव क्षमता बढ़ाने के विरोध में विस्तापितों ने जुलूस निकालकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा










