देवली शहर में हिन्दू मुस्लिम एकता के प्रतीक हज़रत बाबा पहलवान शाह वली रहमतुल्ला का सालाना उर्स मुबारक का आयोजन किया गया।
समाज के प्रवक्ता मोहम्मद इदरीस एवं हारून अंसारी ने बताया कि शाही ज़ामा मस्जिद की और से चादर शरीफ़ का जूलूस मज़ार शरीफ़ के लिए शाही इमाम और जायरिनों के सैलाब व बैंड की स्वरलहरियों के साथ रवाना हुआ। कव्वालो ने सूफियाना कलाम ष्फ़ल्क़ के नज़ारों, जमी की बहारों, हुज़ूर आ गए हैं। क्यों आके रो रहा हैं, तू मुहम्मद के शहर मैं, हर मर्ज़की दवा है मुहम्मद के शहर में। यहां दिल से मांगो, यह हैं हाजी अली, पिया हाजी अली जैसे सूफियाना कलाम पेश कर कर माहौल सूफियाना बना दिया। जूलूस पर फूलों की वर्षा की गई। यहां पहुंच कर वली पहलवान शाह रहमतुल्ला को दरगाह के मुतवल्ली और समाज बंधुओ के साथ चादर व गुल पोशी पेश की गई। मगरीब की नमाज़ के बाद कमेटी की और से लंगर भोज करवाई गई व तबर्रुख वितरण किया गया। ईशा की नमाज़ के बाद कुल की रस्म के साथ दो दिवसीय उर्स मुबारक का समापन हुआ। इस अवसर पर भारत सरकार के पूर्व अधिवक्ता एम. डी. अंसारी, शमी अमन रंगरेज, शानू आसिफ़ देशवाली सहित समाज बंधु मौजूद रहे। कार्यक्रम में टोडारायसिंह, शाहपुरा, नैनवां, केकड़ी, हिंडोली, जहाजपुर, बूंदी के अकीदत मंद जायरिनों ने शिरकत करकर धर्म लाभ पाया।
बाबा पहलवान शाह वली का उर्स मुबारक

