देवली में माहे मुबारक रबी उल अव्वल के अवसर पर आमद ए मुस्तफा सिरातुंनबी का जलसा जश्ने ईद मिलादुन्नबी 1500 वा वर्ष के उपलक्ष्य में शाही ज़ामा मस्जिद के चोक में आयोजित किया गया।
समाज के मोहम्मद इदरीस, हारून अंसारी ने बताया कि जिसमें शहर ए क़ाज़ी बूंदी नदीम, उत्तराखंड के मौलाना आई. तहसीनी, उदयपुर के अख्तर रजा, बूंदी के नवेद रजा, देवली शहर के उलेमा इकराम हाफिज नज़्में इफ्तिखार, मौलाना दिलकश रज़ा, मौलाना शाकिब रजा, हाफ़िज़ कारी मुकीम रज़ा, मौलाना शमीउल्लाह, मौलाना नूरुद्दीन जंगी आदि ने शिरकत की। जलसे की शुरुआत तिलावते कुरआन से की गई। इसके बाद अनेक इस्लामीक विद्वानों द्वारा हुज़ूर मुहम्मद सल्लाहू अलैहिवस्सलम की हयात ए जिंदगी पर रोशनी डाली। उलेमाओ ने इस्लाम धर्म के पांच बुनियादी स्तंभों को शहादा, नमाज़, रोजा, ज़क़ात, हज को मजबूती से थामने को मोमिनों से कहा। इस दौरान मस्जिद चौक मे जलसे में सैकड़ों की तादात में पुरुष महिलाओं ने शिरकत की। जलसे के समापन में वतन की खुशहाली, सर्वधर्म सद्भाव, बेहतर विकास, मुल्क़ में अमन चेन की दुआ की गई।
आमद ए मुस्तफा सिरातुंनबी का जलसा आयोजित

