देश के प्रत्येक नागरिक में जल के प्रति संवेदनशीलता और संरक्षण की भावना का विकास करने के उद्देश्य को लेकर उत्तर भारत के पवित्र धार्मिक स्थल गोमुख से प्रारंभ हुई गंगोत्री से रामेश्वरम तक की ऐतिहासिक पदयात्रा का चार सदस्यीय दल शुक्रवार को आदर्श विद्या मंदिर देवली पहुंचा।
दल के देवली में पहंचने पर विद्यालय समिति अध्यक्ष जितेंद्र सिंह चौधरी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा फूलों की माला पहनाकर और राम द्पट्टा ओढ़ाकर भव्य स्वागत किया गया। दल के सदस्यों में उत्तर प्रदेश के इटावा निवासी पर्यावरणविद रोबिन सिंह, अमेठी निवासी रामधीरज सिंह, रविन्द्र सिंह एवं रागिनी सिंह शामिल है। दल का मुख्य उद्देश्य जल संवाद अभियान के माध्यम से आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। यह अभियान 11 नवंबर 2025 को गंगोत्री धाम से आरंभ किया गया, जो पैदल यात्रा के जरिए रामेश्वरम तक संचालित किया जा रहा है।
दल के सदस्य रोबिन सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में संपूर्ण विश्व गंभीर जल संकट से जूझ रहा है। जब तक जल को लेकर समाज में व्यापक संवाद नहीं होगा तब तक समाधान संभव नहीं है। जल संवाद के माध्यम से ही जल संरक्षण का विषय जन-जन तक पहुंचेगा और समाज इस दिशा में ठोस कदम उठा सकेगा। उन्होंने बताया कि वे आमजन को जल संरक्षण का संदेश देने के लिए करीब 3300 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे, जो 9 राज्यों के 48 जिलों से होकर गुजरेगी। यात्रा का समापन 1 मार्च 2026 को रामेश्वर पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक कर किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न गांव, कस्बों और शहरों में जनसभाएं, संवाद कार्यक्रम और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि आज हम जल के महत्व को नहीं समझेंगे और उसका संरक्षण नहीं करेंगे तो आने वाली पीढियां को जीवनदाई जल के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। स्वागत करने वालों में लक्ष्मीकांत पारीक, सीताराम पंचोली, जसवंत सिंह राठौड़, सीताराम गर्ग, अशोक विजय, हरिदत्त शर्मा, दिनेश तिवारी, गोविंद गुप्ता समेत कई कार्यकर्ता शामिल थे।
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जल बचाने का संकल्प लेकर गंगोत्री से रामेश्वरम तक की पैदल यात्रा पर निकला 4 सदस्यीय दल










