देवली में पंचबालयति व चौबीस श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव के पात्र चयन महोत्सव का आयोजन देवली नगर पालिका टीनशेड में मुनि श्री 108 प्रणीत सागर महाराज एवं क्षुल्लक105 विधेय सागर महाराज के सान्निध्य में आयोजित हुआ।
विकास जैन ने बताया कि चौबीस तीर्थंकर एवं पँचबालयती तीर्थंकर के जिनबिंब का भव्य जुलूस चन्द्रपभु दिगम्बर जैन मंदिर से मुनि संघ के साथ प्रारम्भ होकर मुख्य बाजार से होते हुए टीनशेड में पहुंचा। समाज अध्यक्ष एवं प्रबुद्ध जनों द्वारा चित्र अनावरण, द्वीप प्रज्वलन, एवं पादप्रक्षालन किया गया जिसके पश्चात भगवान आदिनाथ के माता-पिता, सौधर्म इंद्र, कुबेर इंद्र, विधिनायक, महायज्ञनायक ईशान इंद्र सानत इंद्र माहेन्द्र इंद्र, बालक आदिनाथ आदि के पात्रों का चयन किया गया। धर्मसभा में मुनि ने बहिरंग तप का वर्णन करते हुए बताया कि सोने की पहचान तपने से एवं मनुष्य की पहचान कसने से होती है। मुनिराज ने सभी पात्रों को आशीर्वाद देते हुए सभा का समापन किया।
पंचकल्याणक महामहोत्सव के लिए किया पात्रों का चयन











