दूनी से अविनाश मीणा की रिर्पोट -
केदारा में खायत मीणा परिवार के पुवजो द्वारा लगभग 260 साल पहले रामदेवरा की यात्रा जाकर वहां से रामदेव जी के पगले लेकर आए थे। जिनकी पुजा पूर्वजों द्वारा बनाए गए कच्चे चबूतरे पर ही की जाती थी।
उनकी यादगार में खायत परिवार द्वारा मन्दिर का नव निर्माण करा कर आज रामनवमी पर मुर्ति कि स्थापना की गई। महिलाएं द्वारा मंगल गीत, पंच पटेलों व पंडितों द्वारा मन्त्रों का उच्चारण करके मुर्ति कि प्राण प्रतिष्ठा कि गई। इस मौके पर भंवरलाल, गोपाल, सोपाल, बद्रीलाल, महेंद्र, बाबू, शिवराज, दामोदर, सुखलाल, मोहनलाल, ओमप्रकाश राधेश्याम आदि मौजुद रहे।
रामनवमी पर की बाबा रामदेवजी मुर्ति की प्राण प्रतिष्ठा

