देवली नगर पालिका द्वारा शहर के उद्यानों को निशुल्क सार्वजनिक कार्यक्रमों हेतु दिए जाने के निर्णय का शहरवासी विरोध कर रहे हैं। इस निर्णय को जन विरोधी एवं स्वास्थ्य के लिए घातक बताते हुए मंगलवार के शहर के दर्जनों लोग नगर पालिका में पहुंचे और नगर पालिका अध्यक्ष नेमीचंद जैन एवं अधिशासी अधिकारी सुरेश कुमार मीणा को ज्ञापन सौंप कर उक्त निर्णय के क्रियान्वयन को रुकवाने की मांग की।
ज्ञापन में बताया कि नगर पालिका ने 5 दिसंबर को आयोजित बैठक में शहर के अटल उद्यान एवं महावीर उद्यान समेत अन्य उद्यानों को सार्वजनिक उपयोग हेतु निशुल्क उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है, वह पर्यावरण एवं शहर के सौंदर्यकरण को लेकर गलत निर्णय है। इस मौके पर शिवजी राम प्रतिहार, जितेंद्र चौधरी, जसवंत सिंह चौहान, द्वारका प्रसाद विजय आदि ने आमजन का पक्ष रखते हुए बताया कि दोनों उद्यान सुंदर एवं सुव्यवस्थित है तथा इस जगह पर यदि किसी भी प्रकार का आयोजन किया जाता है तो उद्यान का वातावरण दूषित होगा तथा सफाई व्यवस्था के अभाव में बीमारियां फैलने का अंदेशा रहता है साथ ही आयोजनों के दौरान वायु एवं ध्वनि प्रदूषण फैलेगा जिससे इन उद्यानों में भ्रमण पर आने वाले शहरवासियों की दिनचर्या भी प्रभावित होगी और उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। बाद में नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा कि यह निर्णय मंडल की बैठक में लिया गया था तथा इसको हटाने के लिए पुनः बैठक आयोजित कर चर्चा की जाएगी। इस दौरान आमजन के साथ नगर पालिका के कई पार्षद भी मौजूद रहे जिन्होंने पुनः बैठक हेतु अपनी सहमति जाहिर की। नगर पालिका अध्यक्ष ने सार्वजनिक रूप से 18 दिसंबर की शाम 4:15 बजे इस प्रस्ताव पर चर्चा हेतु पुनः बैठक करवाने की घोषणा की।
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नगर पालिका के गार्डन को सार्वजनिक कार्यक्रम हेतु निशुल्क दिए जाने का शहरवासी कर रहे हैं विरोध, आमजन के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए नगर पालिका मण्डल की 18 दिसम्बर को होगी विशेष बैठक जिसमें उक्त निर्णय पर होगी पुनः चर्चा










