बीसलपुर बांध की भराव क्षमता बढ़ाने के सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ क्षेत्र में विस्थापितों का विरोध जारी है। राष्ट्रीय विस्थापित संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने जहाजपुर-कोटड़ी विधायक गोपीचंद मीणा से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए बांध की भराव क्षमता को वर्तमान स्तर पर ही बनाए रखने की मांग की है।
संघर्ष समिति ने ज्ञापन में चेतावनी दी कि बांध की क्षमता में वृद्धि होने पर क्षेत्र की उपजाऊ कृषि भूमि, रिहायशी बस्तियां और गांव जलभराव की चपेट में आ जाएंगे। समिति का कहना है कि मात्र एक मीटर क्षमता बढ़ने से हजारों परिवारों के विस्थापन का खतरा पैदा हो जाएगा, जिससे सामाजिक और आर्थिक संकट गहराएगा। इस मौके पर प्रहलाद मीणा, उदाराम कीर, गोपीचंद, रामसिंह, प्रेमचंद बैरवा, पांचूलाल मीणा, नोरत खींची, दुर्गालाल खींची, विजयलक्ष्मी, सुरेंद्र बैरवा, दिलखुश टाटावत, श्रवण, मुकेश मीणा सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे। संघर्ष समिति लगातार जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर विस्थापितों की आवाज उठा रही है। इससे पहले देवली-उनियारा विधायक राजेंद्र गुर्जर और पूर्व विधायक रामनारायण मीणा को भी ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं। वहीं, अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं।
बीसलपुर बांध की ऊंचाई बढ़ाने का विरोध, संघर्ष समिति का अनिश्चितकालीन धरना जारी










