केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने 30 वीं वाद-विवाद प्रतियोगिता में टॉप पोजीशन हासिल करके अपनी प्रोफेशनल काबिलियत दिखाई है। इस प्रतियोगिता में कुल 24 प्रतिभागियों ने विभिन्न चरणों में हिस्सा लिया था। सीआईएसएफ ने 2014 से लगातार 12 वीं बार यह प्रतिष्ठित रोलिंग ट्रॉफी अपने नाम की है।
नई दिल्ली में आयोजित फाइनल मुकाबले में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय मानवाथिकार आयोग न्यायमूर्ति वी. रामसुब्रमणियन ने टीम को विजेता ट्रॉफी प्रदान की और साथ ही रनर-अप को सम्मानित किया। असिस्टेंट कमांडेंट मयंक वर्मा ने हिन्दी श्रेणी (विपक्ष में) में प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि असिस्टेंट कमांडेंट अरुंधति वी. ने अंग्रेज़ी श्रेणी (विपक्ष में) में प्रथम स्थान हासिल किया। हिन्दी श्रेणी में असम राइफल्स ने दूसरा स्थान और सीमा सुरक्षा बल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। अंग्रेजी श्रेणी में असम राइफल्स दूसरे स्थान पर रही, जबकि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। नेशनल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी एकेडमी हैदराबाद के अधिकारियों द्वारा दी गई उत्कृष्ट प्रशिक्षण ने सीआईएसएफ के प्रतिभागियों को अपने तर्क स्पष्टता आत्मविश्वास और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सीआईएसएफ ने लगातार 12 वीं बार केंद्रीय पुलिस बलों की वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया











